नींद आती नहीं अब कि सोया बहुत हूँ ,
जिस बारिश मैं साथ भीगे थे हम ,उसी बारिश में रूककर रोया बहुत हूँ
जब साथ छोड़ दिया था तुमने ,मैं तनहा रास्तों मैं खोया बहुत हूँ
दीपक अन्जान...
जिस बारिश मैं साथ भीगे थे हम ,उसी बारिश में रूककर रोया बहुत हूँ
जब साथ छोड़ दिया था तुमने ,मैं तनहा रास्तों मैं खोया बहुत हूँ
दीपक अन्जान...
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