देखते देखते तुम ढक्कन से जाम हो गए
गुठली थे जब मिले थे आज आम हो गए
सुना है बहुत पैसा कमा लिया तुमने
जो बनते भी न थे वो सारे काम हो गए
अब तो काफिलों की दौड़ है तुम्हारे पीछे
साईकिल पे थे कभी , आज बंद लाम हो गए
जरा देखना कि लोग मानते हैं तुमको बहुत ज्यादा
तुम ही ख़ुदा हो उनके तुम ही उनके राम हो गए
लोगों का भरोसा न तोड़ देना ,याद रखना
तुम्हें पिलाते रहे वो आज तक कि खाली जाम हो गए
जो वादे किये थे लोगों से निभा दे अब तो
इन्तेजार में खड़े ये सुबह से न जाने कब के शाम हो गए
दीपक
गुठली थे जब मिले थे आज आम हो गए
सुना है बहुत पैसा कमा लिया तुमने
जो बनते भी न थे वो सारे काम हो गए
अब तो काफिलों की दौड़ है तुम्हारे पीछे
साईकिल पे थे कभी , आज बंद लाम हो गए
जरा देखना कि लोग मानते हैं तुमको बहुत ज्यादा
तुम ही ख़ुदा हो उनके तुम ही उनके राम हो गए
लोगों का भरोसा न तोड़ देना ,याद रखना
तुम्हें पिलाते रहे वो आज तक कि खाली जाम हो गए
जो वादे किये थे लोगों से निभा दे अब तो
इन्तेजार में खड़े ये सुबह से न जाने कब के शाम हो गए
दीपक
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